Shilajit : शिलाजीत के 13 फायदे उपयोग और नुकसान

13 Benefits and Side Effects of Shilajit in Hindi – शिलाजीत के 13 फायदे, उपयोग और नुकसान

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2 What is Shilajit in Hindi ? – शिलाजीत क्‍या है?

शिलाजीत (Shilajit) हिमालय की पहाड़ियों के क्षेत्र में पाया जाने वाला एक खास और बहुत कम मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ है। कहा जाता है कि इसमें औषधीय गुणों की भरपूर मात्रा होती है और अनेक प्रकार की शारीरिक समस्याओं से रक्षा और उनके प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है । ऐसा माना जाता है कि शिलाजीत का सेवन करने से मर्दानगी से सम्बंधित समस्याओं में भी सुधार हो सकता है। इस लेख में The My Story Explorer ने कड़े परिश्रम के बाद शिलाजीत के प्रयोग, शिलाजीत के फायदे, शिलाजीत की पहचान और शिलाजीत खाने का सही ततिका बताया गया है। यही नहीं हम आपको शिलाजीत के नुकसान भी बताएंगे ताकि आप जान सके की शिलाजीत के फायदे और नुकसान क्या है और इससे समझते हुए केवल शिलाजीत से लाभ प्राप्त कर सकें। इस बात को भी ध्यान में रखे कि बीमारी कोई भी हो डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी कदम स्वय के विवेक से ना लें। किसी भी बीमारी का इलाज डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं हो सकता। शिलाजीत से आप केवल स्वस्थ रख सकते है या फिर समस्या में कुछ राहत मिल सकती है।

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चलिए शुरू करते है किन्तु , लेख में आगे बढ़ने से पहले हम यह जानना बहुत आवश्यक है की शिलाजीत क्या है।

 

What is Shilajit in Hindi ? – शिलाजीत क्‍या है? 

शिलाजीत एक प्राकृतिक क्रिया द्वारा बना दुर्लभ खनिज पदार्थ है। प्राकृतिक इसका निर्माण प्राकृतिक रूप करती है , किन्तु इसके निर्माण में हजारों साल लग जाते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि रायलियाना, यूफोरबिया और ट्राइफोलिया रेपेंस जैसी पौधों की प्रजातियों के अपघटन (Decomposition) की प्रक्रिया बाद शिलाजीत तैयार होता है। यहाँ कहना गलत नहीं होगा की शिलाजीत प्रकृति द्वारा दिया गया एक अमूलय पदार्थ है। इससे आप काला सोना भी कह सकते है। इसकी सुगंध गौमूत्र की तरह होती है और यह चिपचिपा होता है । यदि शिलाजीत से फायदा प्राप्त करना है तो आपको इसकी बहुत कम मात्रा लेनी चाहिए। इसलिए यह सलाह दी जाता है की डॉक्टर या चिकित्सक की सलाह के बिना किसी भी प्रकार की समस्या में खुद किसी भी ओषधि या दवा का सेवन नहीं करना चाहिए , यदि आप ऐसा करते है तो दवा को जहर का काम करते देर नहीं लगती।

यह तो आपने जान लिया की शिलाजीत क्या है अब आपको आगे इसके फायदों की जानकारी देते है।

 

1. Relief in Arthritis – गठिया में राहत

यदि आप गठिया (Arthritis) से परेशान है तो शिलाजीत गठिया (Arthritis) की समस्या में राहत पंहुचा सकता है। गठिया (Arthritis) में अश्वशिला नाम की आयुर्वेदिक दवा की जाँच करने के लिए चूहों पर किये गए और साइंटिफिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि भी हुई है। यदि आपको यह रिपोर्ट देखनी है तो आप एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट https://www.ncbi.nlm.nih.gov/ पर जा सकते है । यह दवा अश्वगंधा और शिलाजीत की मिश्रण से त्यार की जाती है जो की इस दवा को बनाने के लिए मुख्य पदार्थ है । इस शोध में प्रमाणित किया गया है कि शिलाजीत में सेलेनियम नामक पदार्थ पाया जाता है। सेलेनियम में सूजन को कम करने की क्षमता पायी जाती है। सेलेनियम ओस्टियोअर्थराइटिस (अर्थराइटिस का प्रकार) से पीड़ित रोगी को राहत दिलाने में सहायता करता है। यदि इस रिपोर्ट की माने तो यह कहना सही होगा की गठिया (Arthritis) की सूजन को कम करने में शिलाजीत लाभकारी साबित हो सकता है ।

 

2. Helpful in Controlling Cholesterol – कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण रखने में सहायक

आज के समय में लोग बाहर का खाना इतना पसंद करते है की इन्हे कोलेस्ट्रोल का स्टार बढ़ने की शिकायत होने लगती है। यदि आप भी कोलेस्ट्रोल बढ़ने से परेशान है तो आपको जानकर ख़ुशी होगी की शिलाजीत बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने के मामले में भी मददगार हो सकता हैं। जैसा की हमने आपको बताया की शिलीजित का चूहों पर शोध किया गया था। इस शोध में पाया गया कि शिलाजीत का एक मुख्य गुण संपूर्ण वसा प्रोफाइल (कोलेस्ट्रोल, ट्रिगलिसेराइड और हाई डेंसिटी वसा प्रोटीन) को सुधारना भी है। इस गुण के कारण इस्सके उपयोग बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में भी किया जा सकता है। यह माना गलत नहीं होगा कि बढे हुए कोलेस्ट्रोल की समस्या को नियंत्रित करने के लिए भी शिलाजीत से लाभ हासिल किया जा सकते हैं।

 

3. Helpful in Controlling High Blood Pressure – बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने सहायक

शिलाजीत का बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बात एक आयुर्वेदिक शोध में सामने आयी है। इस शोध में पाया गया कि शिलाजीत के औषधीय गुणों में से ब्लड प्रेशर कम करने वाला (AntiHypertensive) गुण भी है। इस गुण के कारण शिलाजीत का सेवन करने से बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इसलिए शिलाजीत के उपयोग से हाई बीपी की समस्या से निजात मने में सहायता मिल सकती है।

 

4. Helps Keep The Heart Healthy – दिल को स्वस्थ रखने में सहायक

शिलाजीत का उपयोग हाई बीपी को कम करने में के लिए भी किया जा सकता है। यदि शिलाजीत से आपका वसा (Fat ) नियंत्रित करने में मदद कर सकता है तो बीपी को नियंत्रण करने में भी मदद मिलती है। यदि ये दोनों समस्याऐं ख़तम हो जाती है तो इसके कारण हृदय से जुड़ी समस्याओं से सही छुटकारा मिलता है। इसके अतिरिक्त, शिलाजीत को लेकर एक अन्य शोध में शिलाजीत को हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बताया गया है। इस्सलिये पर शिलाजीत को ह्रदय से जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी उपयुक्त माना जा सकता है।

 

5. Provide Relief in Diabetes – मधुमेह में दिलाए राहत

शिलाजीत का डायबिटीज से बचाने के लिए भी सहायक है। शिलाजीत को एंटी-डायबिटिक (ब्लड शुगर को कम करने वाले) गुणों से भरपूर पाया जाता है। यह गुण हाई ब्लड शुगर यानि मधुमेह के स्तर को कुछ हद तक नियंत्रित करने का काम कर सकता है। यह कहा उचित होगा कि डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित करने के लिए शिलाजीत का उपयोग कारगर हो सकता है।

 

6. Shilajit Beneficial in Alzheimer’s – शिलाजीत अल्जाइमर में फायदेमंद

अल्जाइमर बुजुर्गों में पाई जाने वाली समस्या है जिसमे शिलाजीत से राहत पाने में उपयोगी हो सकता हैं। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की साइट https://www.ncbi.nlm.nih.gov/ पर उपलब्ध शोध से होती है। इस शोध में बताया गया है कि शिलाजीत में फुल्विक एसिड (fulvic acid) मौजूदगी पाई गयी है। फुल्विक एसिड याददाश्त को बढ़ाने के लिए जाना जाता है । फुल्विक एसिड पाए जाने के कारण शिलाजीत में एंटीअल्जाइमर (अल्जाइमर से राहत दिलाने वाला) का लक्षण पाया जाता है। यही कारण है की शिलाजीत का उपयोग अल्जाइमर की समस्या से बचा जा सकता है। वहीं, अगर किसी को यह समस्या है, तो काफी हद तक सकारात्मक प्रभाव नजर आ सकता है।

 

7. Shilajit Relieves Fatigue – शिलाजीत थकान दूर करता है

शिलाजीत में फुलविक और हुमिक एसिड होने के कारण थकान से मुक्ति दिलाने में मदद मिलती है, इसके बारे में शोधों से पुष्टि होती है। शिलाजीत मोटापे से भी कुछ हद तक मुक्ति देती है। इसलिए, थकान से मुक्ति देने में शिलाजीत सहायक हो सकती है।

 

8. Shilajit Helpful in Anemia – शिलाजीत एनीमिया में मददगार

एनीमिया के महत्वपूर्ण कारण आयरन की कमी होने के कारण हैं। लोगों को इससे निपटने के लिए शिलाजीत एक वरदान है। पेसेफिक जर्नल ऑफ टोपिकल बायोमेडिसिन के चूहों पर आधारित शोध ने इसे स्वीकार किया है। शिलाजीत में पर्याप्त मात्रा में आयरन होते हुए, शरीर में आयरन की कमी दूर करने में मदद करते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट https://www.ncbi.nlm.nih.gov/  पर इसकी पुष्टि की गयी है । इसलिए, एनीमिया के रोगी के लिए शिलाजीत लाभकारी हो सकते हैं।

 

9. Shilajit Useful in Urinary Problems – शिलाजीत यूरिनरी प्रॉब्लम में उपयोगी

मूत्र समस्याओं के लिए शिलाजीत की प्रयोगशीलता लाभकारी हो सकती है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आयुर्वेदा रिसर्च के एक अध्ययन के जरिए पुष्टि होती है। इम्यूनोस्ट्यूमुलेंट गुण को हेरफेर करने वाले शिलाजीत में पाया जाता है। इसलिए, यह मूत्र समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकते है। आयुर्वेद में भी मूत्र समस्याओं के लिए शिलाजीत का प्रयोग होता है।

 

10. Successful in Dementia – डिमेंशिया में सफल

डिमेंशिया एक विविध और विशिष्ट स्वास्थ्य समस्या है, जो व्यक्ति के याददाश्त और याद रखने की क्षमता पर प्रभाव डालती है। इसमें व्यक्ति चीजों को याद रखने में असमर्थ होता है और वहीं, इसमें सोचने-समझने की क्षमता भी कम होती है। अधिकांश मामलों में, डिमेंशिया उम्र बढ़ने के साथ होती है, लेकिन कुछ वरदान या अवसाद से भी हो सकती है। शिलाजीत एक औषधि है, जो डिमेंशिया और अन्य समस्याओं से लड़ने में मदद कर सकती है। यह पुरुषों और महिलाओं द्वारा प्रयोग की जाने वाली एक प्रतिरोधक औषधि है, जो दिमाग में याददाश्त और समझने-सोचने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। हालांकि, यह एक महत्वपूर्ण बात है कि इनके उपयोग से पहले डॉक्टर से मदद माँगनी चाहिए, जो व्यक्ति की वस्तुनिष्ठ स्थिति को ध्यान में रखकर उन्हें सही दवाई और दिशा-निर्देश दे सकते हैं। इनका सही उपयोग समय पर किया जाना, डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना और अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी सेहतमंद करना, यह समस्या को ठीक करने और इससे बचने में मददगार हो सकते हैं।

 

11. Shilajit Increase Manhood and Benefit in Infertility – शिलाजीत मर्दानगी बढ़ाए और बांझपन में लाभ पहुंचाए

शिलाजीत को पुरुषों की मर्दानगी के स्तर को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका देने वाली और महत्वपूर्ण दवा मानी जाती है। इसे पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के मामले में कारगर माना जाता है। इसका इस्तेमाल पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन की कमी, ओलिगोस्पर्मिया, बैक्टीरियल इंफेक्शन और अन्य इलाजों के लिए भी उपयोगी मानी जाती है। वजह ये हैं कि इसमें मौजूद कुछ प्राकृतिक तत्वों को शामिल किया गया है जो पुरुषों के वृद्धि होने वाली हॉर्मोन तेजी से बढ़ाते हैं। इससे पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ती है, और इससे वे अपने साथियों के साथ अधिक संतुष्टि और संवेदनशीलता के साथ संभोग करने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा, यह पुरुषों के शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह उन्हें अधिक ताकतवर, शक्तिशाली, स्वस्थ, विकसित और प्रतिबद्ध बनाने में मदद करता है। इसलिए, शिलाजीत के उपयोग से पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है।

 

12. Anti Aging – उम्र के प्रभाव को कम करने वाला

शिलाजीत का प्रयोग बुढ़ापे में होने वाली दिमागी समस्याओं को हल करने में हमेशा काम आता है। इसे अल्जाइमर्स और डिमेंशिया जैसी समस्याओं में राहत देने के लिए प्रयोग किया जाता है। वहीं, शिलाजीत के बारे में कुछ शोध में प्रकाश पैदा करने के बावजूद अभी भी कुछ हल नहीं मिले हैं। एक बहुत ही स्पष्ट और मान्यतापूर्ण शोध में स्पष्ट रूप से माना गया है कि शिलाजीत में एंटीएजिंग और रेज्यूवेनेटिंग के गुण हैं। ये दोनों गुण सम्मिलित रूप से शरीर को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं और शरीर पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के प्रभावों को दूर करने में मदद करने वाली शिलाजीत एक महत्वपूर्ण हो सकती है। इसके उपयोग के संबंध में कई शोध किए गए हैं और सभी शोधों के आधार पर इसे एंटी-एजिंग और रेज्यूवेनेटिंग गुणों से युक्त माना गया है। एंटी-एजिंग गुण शरीर में एक नई ऊर्जा को प्रदान करने वाले गुण होते हैं। और रेज्यूवेनेटिंग गुण तरोताजा करने वाले गुण होते हैं। शिलाजीत के इन दोनों गुणों को सम्मिलित रूप से उपयोग करने से शरीर पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।

 

13. Shilajit Boost Brain Power – शिलाजीत ब्रेन पावर को बूस्ट करें

व्यक्तियों की ऊब होने से सम्बंधित महत्वपूर्ण बात यह है कि इनकी याददाश्त को कैसे बढ़ाना चाहिए। ये समस्या कुछ व्यक्तियों में त्वरित हो सकती है, तो कुछ व्यक्तियों के लिए ये समय के साथ से हो सकती है। लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि शिलाजीत में फुल्विक एसिड (fulvic acid) पाया जाता है। यह तत्व याददाश्त को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि व्यक्ति की याद रखने की क्षमता को बढ़ाकर यह दिमागी शक्ति को बढ़ाने का काम कर सकता है। समय के साथ हमारी याददाश्त को कम होने लगती है, और व्यक्तियों को अपनी यादों के साथ पहले की तरह सम्बन्ध बनाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण होता है कि हम अपने दिमाग की याददाश्त को बढ़ाने और समृद्धि करने के लिए विभिन्न तरीकों और उपायों का इस्तेमाल करें। जैसे कि पुस्तकों पढ़ना, अवस्यवहार करना, कुछ विविध विषयों पर विचार करना या समय-समय पर मैनेंटल हेल्थ के उपायों का इस्तेमाल करना।

 

How to Use Shilajit in Hindi – शिलाजीत का उपयोग कैसे करें

शिलाजीत के प्रयोग को तुच्छ करने के लिए कुछ विविध तरीके उपलब्ध हैं। हम इनके बारे में जानने के लिए यहां पूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

  1. इलायची के दाने और शहद के साथ पीने
  2. घी या मक्खन के साथ भी पी सकते हैं
  3. दूध के साथ पीने
  4. नारियल तेल के साथ भी पी सकते हैं।

How much Shilajit to Eat – शिलाजीत की कितनी मात्रा में खाएं : अधिक मात्रा में शिलाजीत खाने के कुछ सामग्री सेवन के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए, शिलाजीत की मात्रा को समय-समय पर समीक्षित करके, व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार नियंत्रित करना चाहिए। यदि कोई शिलाजीत के साथ अस्वस्थता या पेशाब सम्बन्धी समस्याएं अनुभव करते हैं, तो वे डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए। हम प्रतिदिन 300-500 मिलीग्राम की शिलाजीत के उपयोग से अच्छी स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते हैं। यह मात्रा हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकती है, जैसे कि उनकी शारीरिक क्षमता। जानने के लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यदि आप शिलाजीत कैप्सूल्स के फायदे चाहते हैं, तो डॉक्टर की राय भी मिल सकती है।

When to Eat कब खाएं : शिलाजीत का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, इसे सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना अनिवार्य हो सकता है। शिलाजीत के सेवन से पहले कृपया अपने शरीर की अवधि, वजन, उम्र, प्रतिरक्षण की स्थिति और स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य कारकों को ध्यान में रखना होगा। हालांकि, यह अधिकांश मामलों में सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ व्यक्तियों के लिए इससे संबंधित कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए, कुछ व्यक्तियों को इसके सेवन से पहले चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

हमें जानने की जरूरत है कि हमें प्रतिदिन खाने के तरीके को समझने की जरूरत होती है, ताकि हम अपने स्वास्थ्य के लिए सही निर्देश पा सकें। शिलाजीत की मात्रा को समझने के बाद, हम अपने स्वास्थ्य के लिए उसे सही तरीके से खाने के संभव नुकसानों को भी ध्यान में रखते हैं। यदि कोई शिलाजीत के नुकसान के सम्बन्ध में परेशान है, तो वे एक वैज्ञानिक से मदद ले सकते हैं।

Side Effects of Shilajit – शिलाजीत के हानिकारक परिणाम

शिलाजीत को केवल औषधी के रूप में ही उपयोग किया जाना चाहिए, इसलिए इसके उपयोग से जुड़े कोई ज्ञात हानिकारक परिणाम नहीं हैं। हालांकि, कुछ स्थितियों में शिलाजीत के उपयोग से नुकसान हो सकते हैं। जैसा की हमने बताया की शिलाजीत में ब्लड प्रेशर कम करने की क्षमता पायी जाता है। कृपया , जो लोग ब्लड प्रेशर की दवा लेते है शिलाजीत का सेवन से पूर्व डॉक्टर का परामर्श जरूर लें । शिलाजीत ब्लड शुगर भी कम करता है। इसलिए, शुगर लेवल कम करने के लिए डायबिटीज की दवा लेने वाले इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर सलाह लें ।
यदि शिलाजीत का सेवन बिना शुद्धिकरण के किया जाए, तो इससे आपको नशा भी हो सकता है, क्योंकि इसमें फंगस द्वारा उत्पन्न एक विषैला पदार्थ और फ्री रेडिकल्स आदि पाए जाते हैं। शिलाजीत तासीर में गर्म होता है, जिसकी वजह से इसका अधिक सेवन करने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

Identification of Real Shilajit – असली शिलाजीत की पहचान

शिलाजीत के फायदे देखते हुआ बाजार में शिलाजीत बेचने वाली कंपनियों का जमघट लग गया है। हर कंपनी खुद के प्रॉडक्ट को असली शिलाजीत बोल रही है। आपको बता दें की शिलाजीत आसानी से मिलने वाला पदार्थ नहीं है न ही अधिक मात्रा में मिलता है इसे बनने में 1000 साल का समय लग जाता है। जिसके कारण इसकी थोड़ी सी मात्रा का मूल्य भी अधिक होता है जिसका कंपनियां जम कर लाभ उठाती हैं और नकली शिलाजीत आपको बेच देती हैं। इससे बचने के लिए लिए आपको यह जानना अति आवश्यक है की आखिर असली शिलाजीत की पहचान कैसे करें।

  1. वस्तुनिष्ठ विवरण: असली शिलाजीत को स्वच्छ, अनुपम तथा वस्तुनिष्ठ प्रतिनिधित्व विवरण देने वाले संस्थान से खरीदें।
  2. विविधता की लोकप्रियता: असली शिलाजीत के विविध वर्ण विविध होने की सुविधा होती है, जैसे कि काले, हल्के पीले, भूरे व गुलाबी।
  3. पहचान के गुण : इसकी सुगंध गौमूत्र की तरह होती है और यह चिपचिपा होता है।
  4. गुणवत्ता की पहचान: असली शिलाजीत गुणवत्ता की पूर्णतः पहचान होती है, जैसे कि उत्पादन के स्थान, विविधता, वर्ण व गुण की पहचान।

 

अधिकतर लोगों के लिए शिलाजीत मुख्यत मर्दानगी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभों को जानने के बाद, इसे कई तरह के बीमारियों को दूर करने या ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्यान रहें, यह इलाज नहीं है, लेकिन यह बीमारियों से बचाव करने या कुछ प्रभाव देने में मदद कर सकता है। शिलाजीत के सेवन से संभव होने वाले नुकसान को बचने के लिए डॉक्टर से मदद लें। स्वास्थ्य से जुड़े विविध विषयों के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ।

 

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