इंडिया चाइना सीमा पर बढ़ रहे तनाव चलते हाल ही में राहुल गांधी ने इस सम्बद्ध में मीडिया से बात करते समय राहुल गाँधी ने इंडियन आर्मी का अपमान किया (Rahul Gandhi insulted the Indian Army)। दरअसल मीडिया को दिए साक्षात्कार में राहुल गांधी ने भारतीय सेना के लिए पिटाई शब्द का प्रयोग कर दिया जिसके बाद उनके विरोध में बीजेपी ने अपनी कड़ी नराज़दी जताई है। क्या है पूरा मामला हम आपको विस्तार से बताते है।
राहुल गांधी का बयान
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारे 2 हजार किमी वर्ग क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और हमारे सैनिकों को पीट रहा है. सरकार सो रही है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने भारत और भारतीय सेना को न केवल देश में बल्कि विदेशी धरती पर भी नीचा दिखाने की कोशिश की है।
इतना ही नहीं AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमारी सरकार ने गलबन झड़प को लेकर देश से झूठ बोला है. मैं संसद में बहस की मांग करता हूं। और मैं पूछता हूं कि क्या गलबन को लेकर भारत सरकार ने देश से झूठ नहीं बोला था? सरकार संसद में बहस से क्यों भाग रही है, भारत सरकार को इस मामले से जुड़े सभी तथ्य संसद में पेश करने चाहिए। हमारी सेना बहादुर है लेकिन हमारी सरकार कमजोर है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को जवाब दिया
इसके जवाब में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय सेना के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल करने के लिए राहुल गांधी की निंदा की है और कहा है कि सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना सही नहीं है. जवानों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। हमारे जवान 13000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रखवाली कर रहे हैं। उनके लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी को जवाब दिया
रविशंकर प्रसाद ने राहुल पर हमला किया और इतिहास को समझने की सलाह दी रविशंकर प्रसाद ने राहुल की विदेश नीति की समझ पर सवाल उठाए और कहा कि उन्हें अपने दादा की हार को समझना चाहिए।
निष्कर्ष
ऐसा लगता है कि राहुल गांधी और विपक्षी दल को इतिहास पढ़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है, वे अपने पूर्वजों की गलती को स्वीकार नहीं करना चाहते बल्कि अपने पूर्वजों की गलती को बीजेपी पर थोपना चाहते हैं. क्या वे नहीं जानते कि भूटान, तिब्बत, कश्मीर में भारतीय भूमि पर कब्जा करने का सारा श्रेय गांधी परिवार को ही जाता है। आने वाले लेखों में हम बताएंगे कि कब और कैसे पड़ोसियों ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया।